वर्तमान में वैश्विक महामारी कोविड-19 के चलते एवं सामाजिक दूरी की संकल्पना को दृष्टिगत रखते हुए उदयपुर स्थित कला आश्रम काॅलेज ऑफ़ परफोर्मिंग आट्र्स द्वारा दिनांक 19 अक्टूबर 2020 को “कत्थक की चौपाल” कार्यक्रम का ऑनलाइन आयोजन किया गया, जिसमें शास्त्रीय नृत्य की बारिकियों पर महत्वपूर्ण जानकारी दी गयी। कला आश्रम फाउण्डेशन के मुख्य प्रबन्धक न्यासी डाॅ. दिनेश खत्री एवं संरक्षक न्यासी डाॅ. सरोज शर्मा द्वारा कार्यक्रम का शुभारम्भ नटराज की प्रतिमा के समक्ष पुष्प अर्पित एवं दीप प्रज्जवलन के साथ किया गया, तत्पश्चात ऑनलाइन माध्यम से कार्यक्रम का विधिवत संचालन किया गया।
कार्यक्रम की शुरूआत में सर्वप्रथम गुरुजी द्वारा उदबोधन दिया गया। उसके पश्चात प्रतिमाजी द्वारा कार्यक्रम के उद्देश्यों के विषय में जानकारी दी गई। कार्यक्रम में कायरा अग्रवाल द्वारा स्तुति की प्रस्तुति, कृष्णा वन्दना थुन्ग थुगा.. की प्रस्तुति छात्रा प्रतिमा, प्रियंका, पायल, माही आन्या व आध्या द्वारा प्रस्तुत की गई, कथक एक परिचय की प्रस्तुति साक्षी द्वारा, नृत्य का प्रस्तुतिकरण खूश्बू द्वारा, मुद्राओ का महत्व पर छात्रा सुगंधा एवं घरानों की महत्ता पर हिना द्वारा जानकारी दी गई। मोहे रंग दो लाल पर जेनीका पुरोहित द्वारा नृत्य की प्रस्तुति, चार्वी, नेरीतया, स्वर्णा, तेजस्वीका द्वारा काह्ना सोजा… पर सेमी क्लासिकल प्रस्तुती, संवाद बालिका शक्ति पर प्रियंका व पायल द्वारा प्रस्तुति, संवाद का निष्कर्ष प्रतिमा ने प्रस्तुत किया। सरगम पर प्रस्तुती- छात्रा प्रविधि जैन, जेनीका पुरोहित, जिविशा गुप्ता, गीतिका, यलिनी कुमावत, शरन्या दास, देवयानी साहू द्वारा दी गई। भरी भरी मटकी पर प्रस्तुती- डॉक्टर लीना, डॉक्टर रंजना, मीनाक्षी व गौरी दवे द्वारा नृत्य पेश किया गया। कार्यक्रम में पावर ऑफ रिदम ततकार के साथ प्रस्तुति दी। कार्यक्रम के अन्त में मेधा छापरवाल द्वारा सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया गया। इस कार्यक्रम में तकनीकी सहयोग मधुरम खत्री का रहा।