कला आश्रम फाउण्डेशन एवं कला आश्रम कॉलेज ऑफ परफोर्मिंग आर्ट्स, उदयपुर द्वारा दिनांक 28.08.2021 को ‘द वेदास फोर एवरीवन’ पुस्तक की ई-लॉन्चिंग की गई। ‘द वेदास फोर एवरीवन’ (अंग्रेजी अनुवाद) पुस्तक प्रो. जेकाबस विसर उर्फ प्रो. नारद कुश द्वारा लिखी गई है। प्रो. जेकाबस विसर नीदरलैण्ड की महर्षि वैदिक युनिवर्सिटी के भूतपूर्व कुलपति रहे है। पुस्तक में वेद, उपनिषद और पुराणों में लिखित हिन्दु सभ्यता को आत्मसात करके जीवन में सफलता के साथ मोक्ष प्राप्त करने के बारे में लिखा गया है। पुस्तक की प्रस्तावना कला आश्रम फाउण्डेशन के मुख्य प्रबन्धक न्यासी डॉ. दिनेश खत्री एवं संरक्षक न्यासी डॉ. सरोज शर्मा द्वारा लिखी गई है। पुस्तक को एम्बेसी बुकस् पब्लिशर्स, मुम्बई ने प्रकाशित किया है। कार्यक्रम को भारत की उभरती हुई हर्बल-टी कम्पनी टी-टेन्ट्रम प्राईवेट लिमिटेड उदयपुर द्वारा प्रायोजित किया गया एवं कार्यक्रम का आयोजन कला आश्रम फाउण्डेशन द्वारा किया गया।
पुस्तक का ई-लॉन्चिंग विमोचन डॉ. दिनेश खत्री एवं डॉ. सरोज शर्मा द्वारा विश्व के विभिन्न देशों से ऑनलाइन जुड़े विद्वानों एवं गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में किया गया। पुस्तक के विमोचन समारोह में डॉ. दिनेश खत्री ने भारतीय दर्शनशास्त्र और वेद उपनिषद के महत्व के ऊपर प्रकाश डाला।
वैदिक गुरू श्री वासुदेव भी दक्षिण अमेरिका से इस कार्यक्रम में ऑनलाइन रहकर आशीर्वाद स्वरूप अपने विचार प्रकट किये। प्रो. जेकाबस विसर ने पुस्तक की हस्तलिपि के बारे में विस्तारपूर्वक बताया। नीदरलैण्ड के प्रख्यात संगीतकार माधवा व राधा ने संगीतमय भजन के साथ सर्वभवन्तु सुखिने को भी हृदयभाव में प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में इनोवेटिव ऑफिसर सुश्री हृदया खत्री एवं श्री मधुरम खत्री भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन सुश्री प्रतिमा हरगुनानी ने किया। सभी आगंतुकों का आभार हंगरी से श्रीमती सुजी सिजार ने किया।