उदयपुर। कला आश्रम फाउण्डेशन के अन्तर्गत संचालित कला आश्रम कॉलेज ऑफ परफोर्मिंग आर्टस् द्वारा 13 जुलाई को सायं 5 बजे से 7 बजे तक कला आश्रम प्रांगण में गुरू पूर्णिमा महोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनायी गयी। महोत्सव का शुभारंभ फाउण्डेशन के मुख्य प्रबन्धक न्यासी डॉ. दिनेश खत्री एवं संरक्षक न्यासी डॉ. सरोज शर्मा द्वारा मां शारदे को नमन कर किया गया।
गुरू पूर्णिमा महोत्सव पर परफोर्मिंग आर्ट्स की छात्राओं ने सर्वप्रथम सभी गुरूजनों एवं बड़ों का आशीर्वाद लिया। छात्राओं ने पूर्णिमा महोत्सव पर शास्त्रीय कत्थक नृत्य, संगीत एवं कत्थक नृत्य की शैली में ठुमरी, तराना आदि के माध्यम से सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गई।
कला आश्रम परफोर्मिंग आर्ट्स की प्राचार्या डॉ. सरोज शर्मा ने कहा ‘‘गुरू बिन ज्ञान नहीं, ज्ञान बिन आत्मा नहीं, ध्यान, ज्ञान, धैर्य और कर्म, सब गुरू की ही देन है।’’ उन्होंने छात्र-छात्राओं को गुरू-शिष्य के विषय में विस्तार से बताया तथा श्री इन्द्रदेव आर्य ने सत्संग एवं गुरू महिमा पर अपने विचार प्रकट किये। कॉलेज स्टाफ की श्रीमती इन्द्रा कुंवर ने कार्यक्रम में सहयोग किया। छात्र-छात्राओं ने गुरू के प्रति अपने भाव एवं विचार प्रकट किए तथा गुरूजनों ने सभी छात्र-छात्राओं को आशीर्वाद दिया।
डॉ. सरोज शर्मा ने छात्र-छात्राओं एवं समस्त स्टाफ को बताया कि दुनिया में सबसे ऊंचा स्थान अगर किसी का होता है तो वो है गुरु का। गुरु के प्रति इस आदर सम्मान को व्यक्त करने के लिए आषाढ़ मास की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा मनाई जाती है।
कला आश्रम के सभी छात्र-छात्राओं एवं समस्त स्टाफ ने अपने गुरुओं की दी हुई उस शिक्षा को एक बार पुनः याद किया जिसकी वजह से आज हम सभी अपने पैरों पर खड़े हो पाने में सक्ष्म हुए हैं।